दोस्त
थोडी नटखट,थोरी चंचल,थोड़ी मासूम सी है, वो दोस्त है मेरी | . जिद्दी है थोड़ी,थोड़ी शर्मीली भी है, वो दोस्त है मेरी | . हंसी जिसके चेहरे की शोभा है,आंखे जिसकी लहजो की किताब, वो दोस्त है मेरी | . जो कहती है मुझको,की तुम बिलकुल मेरे जैसे हो, मै कहूं जो उसको पागल तो वो,फिर मुझको पागल कहती है, वो दोस्त है मेरी | . उसकी खूबियां मेरी कलम की मुहतशिर नहीं, लिखने को मिले जो फिर भी जन्म दूसरा,तो उसे ही लिखुं खुद के लिए, जो दोस्त है मेरी | . पूछते है सब, कौन है वो परी, कहता हूँ बस इतना, वो दोस्त है मेरी |