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हमनफ्स

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संजीदा सी मुस्कान साँसों में मेरी, घुली है ,जैसे तुम ख्यालों में मेरी, तबस्सुम में तेरी,खुद को मै ढूँढू, नशेमन बना लूँ मंजिल को तेरी l पता पूछे सरगम,जो तेरे होंठो को बोलूं, जन्नत की खुशियाँ,तेरे दामन में घोलूँ, तेरी आँखों के दरिया में खुद को भिगो लूँ, मै, आ भर बस जाऊं हयातो में तेरी l वफ़ा की ये नज़्में,तुमने ही सिखाया, मेरी कश्ती को साहिल से मिलाया, गुनाहो को तेरी, खुद पे मैं ले लूँ, मुकम्मल है करना इब्तदा को मेरी l हमनफ्स-ऐ-खुलुश तुम, आफ़ताब की गर्मी, मैं बन के रेत सा, तुम्हे,खुद में सँजो लूँ l _________________________________ तबस्सुम- हँसि (smile😊) नशेमन-   रहने का स्थान (residence) हयात-     जिंदगी (life) मुकम्मल- पूरा (complete) इब्तदा-.   शुरुआत( start) हमनफ्स-ऐ-खुलुश - साफ़ दिल वाला घनिष्ठ मित्र (clean hearted best frnd) आफ़ताब-  सूरज (sun)